देखा था पहली बार तुझे
कंप्यूटर लैब की क्लास में
सोचा बुलाऊ तुझे ऊँची आवाज़ में
पर कमबख्त मेरा गला ही ख़राब था
और तू दिल की ट्राफ्फिक को भी जाम कर गयी
तू virus की तरह मेरी ज़िन्दगी में आई
और मेरे दिल को hang कर गयी
हम avira समझे थे तू avast निकली
तुझे पानी समझा था तू आग निकली
हमने सोचा छोड़ो क्या block करना
एक corrupt फाइल ही तो है
मगर तू तो viruson का बाप निकली
कभी हसा करते थे हम भी standby पर
तू हमारी खुशिओं को shutdown कर गयी
तू virus की तरह मेरी ज़िन्दगी में आई
और मेरा दिल hang कर गयी
तू problems अपनी फीड कर गयी
तू खुशियाँ मेरी delete कर गयी
तू इश्क ++ में programming कर
कमबख्त मुझे cheat कर गयी
कभी scan करने की दिल हमारा
तुने कोशिश नहीं की
और कमबख्त मेरी pocket को scan कर गयी
तू virus की तरह मेरी ज़िन्दगी में आई
और मेरे दिल को hang कर gayi
हमे छोड़ अब तुने तुसरी कंपनी
का कनेक्शन लगा लिया
और प्यार वाली फाइल उनके नेटवर्क
से डाउनलोड कर ली
हम करते रहे scrab तुझे
orkut पे और तुने अपनी
id ही change कर ली
क अब तो warranty नहीं हमारे जीने की
तू तो हमारे processor को भी dam कर गयी
क तू virus की तरह मेरी ज़िन्दगी में आई
और मेरे दिल को hang कर गयी
-स्नेहित सूर्यवंशी शर्मा
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